Auli me Ghoomne Ki Jagah and Near Hotels: औली भारत के उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है. यह समुन्द्र तल से लगभग 2800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. औली का रोपवे राइड एशिया का दूसरा सबसे लम्बा रोपवे राइड है. यह रोपवे राइड जोशीमठ से औली के बीच चलता है.
औली को भारत का स्विट्ज़रलैंड भी कहाँ जाता है. औली सबसे ज़्यादा फेमस स्कीइंग के लिये प्रसिद्ध है.औली अपने खूबसूरत बर्फ़ीली पहाड़ियां, हरे भरे मैदान, प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण, स्कीइंग, रोपवे के लिये मशहूर है. औली सोलो ट्रेवलर्स को बहुत ही ज़्यादा पसंद आता है. हर साल भारी मात्रा में पर्यटक यहाँ पर कैंपिंग, ट्रैकिंग, स्कीइंग करने के लिये सबसे ज़्यादा आते है. औली में घूमने के लिये बहुत सारे खूबसूरत स्थान है जैसे -गुरसो बुग्याल, नंदा देवी नेशनल पार्क, जोशीमठ और भी बहुत सारे स्थान है. तो आइये आज मै आपको बताने वाला हूँ , औली यात्रा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी…
औली में घूमने के खूबसूरत स्थान: Beautiful Places to Visit in Auli :-
औली में घूमने के लिये बहुत सारे खूबसूरत स्थान है, तो आइये आज मै आपको बताने वाला हूँ, औली में घूमने के खूबसूरत स्थानों के बारे में…
औली रोपवे: Auli Ropeway :-
औली रोपवे भारत के उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित है. यह रोपवे एशिया का दूसरा सबसे लम्बा रोपवे है. और भारत का सबसे लंबा और सबसे ऊंचा रोपवे है. यह रोपवे 4.15 किलोमीटर लम्बा है. यह रोपवे समुन्द्र तल से 3010 मीटर की ऊंचाई पर है. यह रोपवे एक केबल कार में 25 लोगो को लेकर जाता है. रोपवे राइड पूरा करने में लगभग 20 से 25 मिनट का समय लगता है. यह रोपवे जोशीमठ से शुरू होकर औली के खूबसूरत हिल स्टेशन तक पहुँचता है. यह रोपवे 1994 में बनकर तैयार हुआ था. रोपवे राइड करते समय रास्ते में आपको बर्फ से ढकी खूबसूरत चोटियां, नंदा देवी के पहाड़, हरे भरे जंगल और प्रकृति का बेहद ही खूबसूरत नजारा दिखाई देता है. औली रोपवे सुबह 9.00 बजे से लेकर शाम को 5.00 बजे तक चलता है. औली रोपवे का टिकट प्राइज लगभग 1000 रूपये प्रति व्यक्ति लगता है.
गोरसन बुग्याल: Gorson Bugyal :-
गोरसन बुग्याल औली में स्थित बहुत ही खूबसूरत घास का मैदान है. यह मैदान औली से लगभग 3 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. और समुन्द्र तल से लगभग 3049 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. गोरसन बुग्याल अपने प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण, घास के मैदान, ट्रैकिंग, कैंपिंग और हिमालय के खूबसूरत नजारो के लिये जाना जाता है. गर्मियों के मौसम में यह स्थान हरे-भरे घास और रंग-बिरंगे फूलों से ढका रहता है. और सर्दियों के मौसम में बर्फ की सफेद चादर से ढ़की रहती है. यह स्थान प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफर्स के लिये स्वर्ग के समान है. यहाँ पर ऑल ट्रैकिंग और कैंपिंग भी कर सकते है. हर साल भारी मात्रा में पर्यटक यहाँ पर ट्रैकिंग और कैंपिंग करने के लिये आते है.
छत्रकुंड झील: Chattrakund Lake :-
छत्रकुंड झील औली में स्थित बहुत ही प्रसिद्ध और खूबसूरत झील है. यह झील समुन्द्र तल से लगभग 3300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह झील औली से लगभग 4 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. यह झील अपने प्राकृतिक सुंदरता, खूबसूरती, शांत वातावरण और ट्रैकिंग के लिये मशहूर है. छत्रकुंड झील घने देवदार और ओक के जंगलो के बीच में स्थित है. यह जगह एडवेंचर, प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफर्स के लिये स्वर्ग के समान है. इस झील का पानी बहुत ही साफ और पारदर्शी है. इस झील से सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा बहुत ही खूबसूरत दिखाई देता है.
नरसिंह मंदिर: Narsingh Temple :-
नर सिंह मंदिर जोशीमठ में स्थित बहुत ही पुराना और प्रसिद्ध मंदिर हैँ. यह मंदिर भगवान विष्णु के चौथे अवतार नर सिंह अवतार को समर्पित है. जो आधे मनुष्य और आधे शेर के रूप में जाने जाते है. यह मंदिर सात बद्री मंदिरो का एक हिस्सा है. यह मंदिर बहुत ही प्राचीन है लगभग 1000 साल पुराना है. यह मंदिर औली से लगभग 10 किलोमीटर की दुरी पर है. सर्दियों के दिनों में जब बद्रीनाथ मंदिर का कपाट बंद हो जाता है. तब बद्रीनाथ की मूर्ति को यहाँ पर लाया जाता है. तब भगवान बद्रीनाथ की पूजा इस नरसिंह मंदिर में की जाती है. हर साल भारी मात्रा में श्रद्धालु इस मंदिर में भगवान नरसिंह के दर्शन पूजन करने के लिये आते है. सर्दियों के दिनों में यहाँ की खूबसूरती आपका दिल जीत लेगा.
त्रिशूल पीक: Trishul Peak :-
त्रिशूल पीक औली में स्थित बहुत ही प्रसिद्ध और खूबसूरत पर्वत शिखर है. यह पर्वत शिखर हिमालय के तीन खूबसूरत पर्वतों का एक समूह है. यह पर्वत शिखर पश्चिमी कुमाऊ में स्थित है. यह पर्वत शिखर एक त्रिशूल की तरह दिखाई देता है. इसलिये इस त्रिशूल पीक कहाँ जाता है. यह पर्वत शिखर समुन्द्र तल से लगभग 7120 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. इन तीनो पर्वत शिखर की ऊंचाई त्रिशूल I की ऊंचाई 23,359 फीट है. त्रिशूल II की ऊंचाई 21,949 फीट है. और त्रिशूल III की ऊंचाई 19,708 फिट है.यह चोटियाँ पूरे साल बर्फ से ढ़की रहती है. सर्दियों के दिनों में भारी बर्फबारी होती है. रुपकुण्ड और कौसानी से ट्रैकिंग करने के दौरान त्रिशूल पीक को आप बहुत ही अच्छे तरीके देख सकते है. सूर्योदय और सूर्यास्त के समय त्रिशूल पीक का दृश्य बहुत ही खूबसूरत दिखाई देता है.
नंदा देवी पीक: Nanda Devi Peak :-
नंदा देवी पीक हिमालय की बहुत ही खूबसूरत चोटी है. और भारत की दूसरी सबसे उँची चोटी और पूरे विश्व की 23वी सबसे ऊंची चोटी मानी जाती है. नंदा देवी पीक की ऊंचाई लगभग 7817 मीटर है. नंदा देवी पीक कंचनजंगा के बाद भारत में सबसे ऊंची चोटी है. नंदा देवी गढ़वाल और कुमाऊ हिमालय की संरक्षक देवी मानी जाती है. नंदा देवी पीक पर पहली बार 1936 में दो पर्वतारोही नोयल ऑडेल और बिल टिलमैन ने चढ़ाई करी थी. नंदा देवी पीक के सम्मान में हर साल सितंबर में उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में नन्दा देवी मेला का आयोजन किया जाता है. यह चोटी नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान के अंदर स्थित है. नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान को 1988 में यूनेस्को के विश्व धरोहर में शामिल किया गया था. हर साल भारी मात्र में पर्यटक नंदा देवी पीक को देखने के लिये आते है.
जोशीमठ: Joshimath :-
जोशीमठ उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित बहुत ही प्रसिद्ध और खूबसूरत स्थान है. जोशीमठ को ज्योतिर्मठ भी कहाँ जाता है. जोशीमठ समुन्द्र तल से लगभग 1875 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. जोशीमठ अपने प्राकृतिक सुंदरता, खूबसूरती, शांत वातावरण, प्राचीन मंदिरों, मठों,पर्वतीय संस्कृति, चारों ओर बर्फ की चोटियों और हरी भरी-घाटियाँ के लिये मशहूर है. औली से जोशीमठ की दुरी लगभग 10 किलोमीटर है. जोशीमठ के नजदीक अलकनंदा और धौलीगंगा जैसी पवित्र नदियाँ बहती हैं. जोशीमठ में आपको घूमने के लिये बहुत सारे खूबसूरत स्थान जैसे- शंकराचार्य मठ, नर सिंह मंदिर, कल्पवृक्ष, विष्णुप्रयाग और भी बहुत सारे खूबसूरत स्थान है. हर साल भारी मात्रा में पर्यटक यहाँ पर घूमने के लिये आते है.
चिनाब झील: Chenab Lake :-
चिनाब झील औली के नजदीक स्थित बहुत ही खूबसूरत और शांत झील है. यह झील बहुत ही खूबसूरत अल्पाइन घासभूमि पर स्थित है. चिनाब झील अपने प्राकृतिक सुंदरता, खूबसूरती, शांत वातावरण, बर्फीली चोटियाँ, हरी भरी घाटियाँ, दुर्लभ फूलों और वनस्पतियो के लिये जाना जाता है. चिनाब झील का पानी बहुत ही साफ और ठंडा होता है. इस झील के चारों तरफ ऊंची-ऊंची बर्फीली चोटियाँ दिखाई देती है. यह झील प्रकृति प्रेमियों, एडवेंचर प्रेमियों और फोटोग्राफर्स के लिये स्वर्ग के समान है. यह जगह ट्रैकिंग करने के लिये सबसे बेस्ट जगहों में से एक है. हर साल भारी मात्रा में पर्यटक यहाँ पर इस झील की खूबसूरती को देखने और ट्रैकिंग करने के लिये आते है.
औली घूमने का सबसे अच्छा समय: Best Time to visit Auli :-
औली घूमने जाने का सबसे अच्छा समय गर्मियों के मौसम में मार्च से जून तक का महीना सबसे अच्छा माना जाता है. इस टाइम यहाँ का मौसम काफ़ी ठंडा और सुवाहना होता है. सर्दियों के मौसम में अक्टूबर से फरवरी तक का महीना सबसे अच्छा माना जाता है. इस टाइम यहाँ पर भारी बर्फबारी और बर्फ से पहाड़े ढ़की रहती है. बरसात के मौसम में जाने से बचना चाहिए क्योंकि यहाँ पर भारी बारिश और लैंडस्लाइड का खतरा बना रहता है.
औली कैसे पहुंचे: How to Reach Auli :-
औली आप सड़क मार्ग, रेल मार्ग और हवाई मार्ग तीनो के जरिये आप आसानी से औली पहुंच जायेगे. तो आइये आज मै आपको बताने वाला इन तीन मार्गो के बारे में..
सड़क मार्ग: Road Route :-
अगर आप सड़क मार्ग के द्वारा औली आना चाहते है तो दिल्ली, देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश इत्यादी सड़क मार्ग द्वारा अच्छे से जुड़ा हुआ है. आप इन शहरो से बस या टैक्सी लेकर आप आसानी से औली पहुंच जायेगे.
रेल मार्ग: Rail Route :-
औली का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन हरिद्वार और ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है. हरिद्वार और ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से औली की दुरी लगभग 270 -290 किलोमीटर है. आप रेलवे स्टेशन से बस या टैक्सी लेकर आप आसानी से औली पहुंच जायेगे.
हवाई मार्ग: Flight Route :-
औली का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून है. जॉली ग्रांट एयरपोर्ट से औली की दुरी लगभग 280 किलोमीटर है. आप एयरपोर्ट से बस या टैक्सी लेकर आप आसानी से औली पहुंच जायेगे.
औली में रुकने की जगह: Budget for visiting Auli :-
औली में रुकने के लिये आपको बहुत सारे होटल, बजट होटल, गेस्ट हॉउस, होम स्टे और लग्जरी होटल आपको रुकने के लिये मिल जायेगा. तो आइये आज मै आपको बताने वाला इन होटलों के बारे में…
गेस्ट हॉउस और होमस्टे: Guest Houses and Homestays :-
औली में रुकने के लिये आपको बहुत सारे गेस्ट हॉउस और होमस्टे भी मिल जायेगा. जैसे- गुंजन गेस्ट हॉउस, दीपिका गेस्ट हॉउस, स्काई हाई होमस्टे, पाइन पैलेस होमस्टे, माउंटेन औली होमस्टे और भी बहुत सारे है. होमस्टे और गेस्ट हॉउस आपको लगभग 800 से 1500 रुपये में मिल जायेगा. सीजन के हिसाब से रेट ऊपर नीचे होता रहता है.
बजट होटल: Budget Hotel :-
औली में आपको बहुत सारे बजट होटल देखने को मिल जायेगा जैसे- श्री साईधाम होटल, त्रिशूल होटल, होटल चंद्रदीप, हिमालयन लॉज और भी बहुत सारे है. बजट होटल आपको लगभग 1000 से 2000 रूपये में आपको मिल जायेगा. सीजन के हिसाब से रेट ऊपर नीचे होता रहता है.
मिड-रेंज होटल: Mid-range Hotels :-
औली में आपको बहुत सारे मिड-रेंज में होटल देखने को मिल जायेगा. जैसे- स्नो माउंट होटल, होटल मानिक रिसॉर्ट, GMVN औली टूरिस्ट, रॉयल विलेज रिसॉर्ट और भी बहुत सारे होटल है. मिड-रेंज होटल आपको लगभग 2000 से 3500 रुपये में आपको मिल जायेगा. सीजन के हिसाब से रेट ऊपर नीचे होता रहता है.
लग्जरी होटल: Luxury Hotels :-
औली में आपको बहुत सारे लग्जरी होटल भी देखने को मिल जायेगा. जैसे- हिमालयन हाई, ब्लू पॉपी रिसॉर्ट, सतोपंथ द औली रिसॉर्ट और भी बहुत सारे लग्जरी होटल है. लग्जरी होटल आपको लगभग 4000 से 6000 रुपये में आपको मिल जायेगा. सीजन के हिसाब से रेट ऊपर नीचे होता रहता है.
औली घूमने का बजट: Budget for visiting Auli :-
औली यात्रा का कुल खर्च व्यक्ति के यात्रा के ऊपर निर्भर करता है. औली को पूरा घूमने में लगभग 3 से 4 दिन का समय लगता है. औली यात्रा की बजट की बात करें तो लगभग 9000 से 16000 रुपये तक एक व्यक्ति का खर्चा आता है. यह बजट औली यात्रा का एक नार्मल बजट है. अगर आप कोई एडवेंचर एक्टिविटी करते है. तो आपका यह बजट और भी बढ़ जायेगा.
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