Phoolon ki Ghati Yatra kaise kare: फूलों की घाटी भारत के उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित बहुत ही प्रसिद्ध और खूबसूरत घाटी है. यह खूबसूरत घाटी हिमालय की गोद में बसा हुआ है. यह घाटी समुन्द्र तल से लगभग 12000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. इस घाटी को 2005 में यूनेस्को के विश्व धरोहर में शामिल किया गया था.
फूलों की घाटी: Valley of Flowers :-
फूलों की घाटी को वैली ऑफ़ फ्लावर्स भी कहाँ जाता है. यह घाटी एक विश्व प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान और खूबसूरत फूलों की घाटी है. भारत सरकार ने 1982 में इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया था. इस घाटी की लम्बाई लगभग 8 किलोमीटर लंबा और चौड़ाई लगभग 2 किलोमीटर चौड़ा है. 1931 में इस घाटी की खोज अंग्रेज पर्वतारोही फ्रैंक स्मिथ ने खोजा और इसे लोकप्रिय बनाया. यह घाटी अपनी प्राकृतिक सुंदरता, खूबसूरती, शांत वातावरण, रंग-बिरंगे फूलों, हरी-भरी घाटियां, विभिन्न प्रकार की औषधीयाँ और विभिन्न प्रकार के जीव-जंतुओ के लिये जाना जाता है.
फूलों की घाटी में लगभग 500 से अधिक विभिन्न प्रजातियों के रंग-बिरंगे फूल और औषधीय के पौधे पाये जाते है. इसमें बहुत सारे पौधे ऐसे है जो बहुत ही दुर्लभ और लुप्तप्राय है जैसे- ब्रह्मकमल, कोबरा लिली, प्रिमुला, ब्लू पोप्पी, हिमालयन बेल, एनीमोन और भी बहुत सारे है. यह घाटी फूलों के अलावा विभिन्न प्रकार की जीव-जंतु और पछियों के लिये भी प्रसिद्ध है जैसे- कस्तूरी मृग, हिमालयी भालू, नीली भेड़, हिम तेंदुआ, एशियाई काला भालू, लाल लोमड़ी, भूरा भालू, हिमालयन मोनाल तीतर और भी बहुत सारे जीव-जंतु पाये जाते है.
बरसात के दिनों में यह घाटी पूरी तरह से रंग-बिरंगे फूलों से ढ़क जाता है. यह जगह प्रकृति प्रेमियों, एडवेंचर प्रेमियों और फोटग्राफर्स के लिये स्वर्ग के समान है. हर साल देश-विदेश से भारी मात्रा में पर्यटक इस घाटी की खूबसूरती को निहारने के लिये आते है. यह जगह ट्रैकिंग करने वाले के लिये बेस्ट ट्रैकिंग में से एक है. तो आइये आज मै आपको बताने वाला हूँ. फूलों की घाटी की यात्रा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी…
फूलों की घाटी खुलने का समय: Valley of Flowers Opening Timings :-
फूलों की घाटी हर साल सिर्फ जून के महीने से लेकर अक्टूबर के महीने तक खुला रहता है. बाकी दिनों में यह घाटी पूरी तरह बर्फ की चादरो से ढ़की रहती है. फूलों की घाटी में प्रवेश आप सुबह 7 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक कर सकते है. और शाम को 5 बजे तक घाटी से बाहर निकलना होता है. क्योंकि की घाटी में रुकने की अनुमति नहीं होती है. आपको शाम तक वापस घांघरिया लौटना होगा.
फूलों की घाटी घूमने का बेस्ट टाइम: Best time to visit Valley of Flowers :-
फूलों की घाटी घूमने का सबसे बेस्ट टाइम जुलाई और अगस्त का महीना सबसे अच्छा होता है. इस टाइम यहाँ पर सबसे ज़्यादा फूल खिले रहते है. पूरी घाटी रंग-बिरंगे फूलों की चादरो से बिछ जाती है. फूलों की घाटी पूरे साल में केवल जून से लेकर अक्टूबर तक खुला रहता है. बाकी दिनों में यह घाटी पूरी तरह बर्फ की चादरो से ढ़की रहती है.
फूलों की घाटी कैसे पहुंचे: How to reach Valley of Flowers :-
फूलों की घाटी तक पहुंचने का रास्ता थोड़ा कठिन है. यहाँ तक पहुंचने के लिये आपको ट्रैकिंग भी करनी पड़ेगी. तो आइये आज मै आपको बताने वाला हूँ फूलों की घाटी कैसे पहुंचे…
रेल मार्ग: Rail Route :-
फूलों की घाटी का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून रेलवे स्टेशन है. हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून से बस, टैक्सी या प्राइवेट कैब करके आप आसानी से गोविंदघाट पहुंच जायेगे. हरिद्वार और ऋषिकेश से गोविंदघाट की दूरी लगभग 275 किलोमीटर है. गोविंदघाट से आप ट्रैकिंग करके आसानी से फूलों की घाटी पहुंच जायेगे.
हवाई मार्ग: Flight Route :-
फूलों की घाटी का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून है. आप एयरपोर्ट से बस, टैक्सी या प्राइवेट कैब करके आप आसानी से गोविंदघाट पहुंच जायेगे. जॉली ग्रांट एयरपोर्ट से गोविंदघाट दूरी लगभग 292 किलोमीटर है. गोविंदघाट से आप ट्रैकिंग करके आसानी से फूलों की घाटी पहुंच जायेगे.
- स्टेप 1: फूलों की घाटी तक पहुंचने के लिये सबसे पहले आपको ट्रेन, फ्लाइट या सड़क मार्ग द्वारा हरिद्वार, ऋषिकेश या देहरादून आना पड़ेगा.
- स्टेप 2: हरिद्वार, ऋषिकेश या देहरादून से आपको सड़क मार्ग द्वारा बस, टैक्सी या प्राइवेट कैब लेकर गोविंदघाट पहुंचना होगा. हरिद्वार, ऋषिकेश से गोविंदघाट की दूरी लगभग 275 किलोमीटर है. गोविंदघाट पहुंचने में आपको 10 से 12 घंटे का समय लगेगा. रास्ते में आपको रूद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, देवप्रयाग और जोशीमठ के बहुत ही खूबसूरत नज़ारे दिखाई देंगे.
- स्टेप 3: गोविंदघाट पहुंचने के बाद वहां से आपको जीप या टैक्सी लेकर पुलना जाना होगा. गोविंदघाट से पुलना की दूरी लगभग 4 किलोमीटर है.
- स्टेप 4: पुलना पहुंचने के बाद आपको यहाँ से घांघरिया जाना होगा. घांघरिया जाने के लिये जीप या टैक्सी नहीं चलती है. पुलना से घांघरिया तक आपको पैदल चलना होगा. अगर आप पैदल नहीं चलना चाहते तो आप घोड़े, खच्चर या पालकी का यूज कर सकते है. पुलना से घांघरिया की दूरी लगभग 13 किलोमीटर है. जिसे पूरा करने में आपको लगभग 7 से 8 घंटे का समय लग जाता है. घांघरिया में आपको रुकने के लिये होटल, लॉज और कैंपिंग की सुविधा मिलती है.
- स्टेप 5: घांघरिया से फूलों की घाटी तक पहुंचने के लिये आपको 4 किलोमीटर की पैदल ट्रैकिंग करनी पड़ेगी. फूलों की घाटी के लिये आपको घांघरिया से सुबह ही निकलना पड़ेगा. फूलों की घाटी को अच्छे से घूमने में लगभग 4 से 5 घंटे का समय लगता है. और घाटी में रुकने की अनुमति नहीं होती है. आपको शाम तक वापस घांघरिया लौटना होगा.
फूलों की घाटी का परमिट: Valley of Flowers Permit :-
फूलों की घाटी घूमने के लिये परमिट लेना अनिवार्य होता है. बिना परमिट के आप यात्रा नहीं कर सकते है. परमिट आपको घांघरिया में बने वन विभाग के कार्यालय से लेना होता है. रजिस्ट्रेशन काउंटर सुबह 7 बजे से लेकर 12 बजे तक खुला रहता है. परमिट लेने के लिये आपके पास पहचान पत्र और पासपोर्ट साइज फोटो होनी चाहिए. यह परमिट 3 दिनों के लिये मान्य होता है और केवल दिन में ट्रैकिंग की अनुमति होती है.
फूलों की घाटी घूमने का टिकट: Tickets for Valley of Flowers tour :-
फूलों की घाटी घूमने का टिकट भारतीय नागरिकों के लिये 150 रुपये प्रति व्यक्ति और विदेशी नागरिकों के लिये 650 रुपये प्रति व्यक्ति है.
फूलों की घाटी की यात्रा के दौरान कहाँ पर रुके: Where to stay during a trip to Valley of Flowers :-
फूलों की घाटी यात्रा के दौरान रुकने का सबसे अच्छा स्थान घांघरिया है. घांघरिया फूलों की घाटी ट्रैक का बेस कैम्प है. यहाँ पर आपको बहुत सारे होटल, बजट होटल, धर्मशाला, गेस्ट हॉउस, गुरुद्वारा और टेंट मिल जायेगा. जैसे- होटल कुबेर आनेक्स, वैली ऑफ़ फ्लावर्स हॉलिडे होम, वैली ऑफ़ फ्लावर्स कैम्प, श्री नंदा लोकपाल पैलेस भी बहुत सारे होटल मिल जायेगे. यहाँ पर आपको 800 रुपये से लेकर 4000 रूपये तक के कमरे मिल जायेगे. जुलाई और अगस्त के महीने में यहाँ पर बहुत ज्यादा भीड़ हो जाती है. आप अपने बजट के अनुसार होटल की बुकिंग एडवांस में कर सकते है.
फूलों की घाटी घूमने का बजट: Budget for visiting Valley of Flowers :-
फूलों की घाटी को घूमने का कुल खर्च व्यक्ति के यात्रा के ऊपर निर्भर करता है. फूलों की घाटी को पूरा घूमने में लगभग 5 से 6 दिन का समय लगता है. फूलों की घाटी की यात्रा की बजट की बात करें तो लगभग 10000 से 16000 रुपये तक एक व्यक्ति का खर्चा आता है. यह बजट फूलों की घाटी की यात्रा का एक नार्मल बजट है. अगर आप कोई एडवेंचर एक्टिविटी करते है. तो आपका यह बजट और भी बढ़ जायेगा.
फूलों की घाटी की यात्रा के दौरान क्या-क्या साथ में रखे: What to carry with you during your trip to Valley of Flowers :-
फूलों की घाटी की यात्रा के दौरान आपको ट्रेकिंग शूज़, ऊनी कपड़े, विंडचेटर, रेनकोट, छाता, सनस्क्रीन, टोपी, चश्मा, बेसिक दवाइयाँ, पानी की बॉटल, पॉवर बैंक, वॉकिंग स्टिक, ड्राई फ्रूट्स, एनर्जी बार्स, चॉकलेट्स,पहचान पत्र, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो इत्यादी.
फूलों की घाटी के बारे में रोचक तथ्य: Interesting facts about Valley of Flowers :-
- भारत सरकार ने 1982 में फूलों की घाटी को राष्ट्रीय उद्यान (National Park) घोषित किया.
- यूनेस्को ने 2005 में फूलों की घाटी को विश्व धरोहर स्थल (World Heritage Site) घोषित किया.
- 1931 में इस घाटी की खोज अंग्रेज पर्वतारोही फ्रैंक स्मिथ ने खोजा और इसे लोकप्रिय बनाया.
- फूलों की घाटी की लम्बाई लगभग 8 किलोमीटर लंबा और 2 किलोमीटर चौड़ा है.
- फूलों की घाटी में लगभग 500 से अधिक विभिन्न प्रकार की फूलों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं. जिनमे ब्रह्मकमल, कोबरा लिली, ब्लू पॉपी, प्रिमुला जैसी दुर्लभ प्रजातियाँ के भी फूल शामिल हैं.
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