Ranikhet me Ghoomne ki Jagah Best Time and Nearby Hotels: रानीखेत उत्तराखंड राज्य के अल्मोड़ा जिले में स्थित बहुत ही प्रसिद्ध और खूबसूरत हिल स्टेशन है. इस हिल स्टेशन का नाम रानी पद्मिनी के नाम पर रखा गया था. जो कत्यूरी राजा दुधन देव की रानी थी. यह हिल स्टेशन समुन्द्र तल से लगभग 6000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. रानीखेत अपनी प्राकृतिक सुंदरता, खूबसूरती, शांत वातावरण, झील, हरी-भरी घाटियां, मंदिरो, घने देवदार और चीड़ के जंगलो के लिये जाना जाता है. हर साल भारी मात्रा में पर्यटक यहाँ पर घूमने के लिये आते है. यहाँ से आप हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों के खूबसूरत नज़ारे को आप देख सकते है. तो आइये आज मै आपको बताने वाला हूँ, रानीखेत यात्रा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी…
रानीखेत में घूमने के स्थान: Places to visit in Ranikhet :-
रानीखेत में घूमने के लिये बहुत सारे खूबसूरत स्थान है. तो आइये आज मै आपको बताने वाला हूँ रानीखेत घूमने के खूबसूरत स्थानों के बारे में…
झूला देवी मंदिर: Jhula Devi Temple :-
झूला देवी मंदिर रानीखेत में स्थित बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है. यह मंदिर माँ दुर्गा को समर्पित है. झूला देवी मंदिर रानीखेत से लगभग 7 किलोमीटर दूर है. इस मंदिर में माँ दुर्गा एक झूले पर विराजमान है इसलिये इस मंदिर को झूला देवी मंदिर कहाँ जाता है. स्थानीय लोगों के अनुसार यह मंदिर 700 साल से ज़्यादा पुराना है. इस मंदिर में जो भी भक्त अपनी मनोकामनायें लेकर आते है. मनोकामनायें पुरी होने पर भक्त घंटी चढ़ते हैं. मंदिर परिसर में आपको बहुत सारी घंटियां देखने को मिल जाएगी. हर साल भारी मात्रा में श्रद्धालु यहाँ पर दर्शन पूजन करने के लिये आते है.
मनकामेश्वर मंदिर: Mankameshwar Temple :-
मनकामेश्वर मंदिर रानीखेत में स्थित बहुत ही खूबसूरत मंदिर है. यह मंदिर रानीखेत बस स्टैण्ड से लगभग 500 मीटर की दुरी पर स्थित है. इस मंदिर का निर्माण 1978 में भारतीय सेना के कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर द्वारा किया गया था. यह मंदिर भगवान शिव, राधा कृष्ण और देवी कलिका को समर्पित है. यह मंदिर चारो तरफ देवदार और चीड़ के पेड़ो से घिरी हुई है. हर साल कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर यहाँ पर बहुत ही खूबसूरत झाकियाँ निकाली जाती है. और भंडारे का आयोजन किया जाता है. इस मंदिर की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण आपका दिल जीत लेगा.
रानी झील: Rani Lake :-
रानी झील रानीखेत का बहुत ही खूबसूरत एक कृत्रिम झील है. इस झील को भारतीय सेना द्वारा 2006 में बनाया गया था. रानी झील रानीखेत से लगभग 2 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. इस झील में आप बोटिंग भी कर सकते है. रानी झील अपने प्राकृतिक सुंदरता, खूबसूरती और शांत वातावरण के लिये जाना जाता है. यह जगह प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफर्स के लिये स्वर्ग के समान है. हर साल भारी मात्रा में पर्यटक इस झील की खूबसूरती को देखने के लिये आते है.
चौबटिया गार्डन: Chowbatia Garden :-
चौबटिया गार्डन रानीखेत में स्थित बहुत ही प्रसिद्ध और खूबसूरत गार्डन है. यह गार्डन रानीखेत से लगभग 10 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. चौबटिया गार्डन 600 एकड़ में फैला हुआ है और एशिया का सबसे बड़े फलोद्यानों में से एक है. चौबटिया गार्डन अपने प्राकृतिक सुंदरता, खूबसूरती, शांत वातावरण, फलोद्यानों और हिमालयी दृश्यावलियों के लिये प्रसिद्ध है. चौबटिया गार्डन में 200 से ज़्यादा किस्मो के फल उगाये जाते है जैसे- सेब, आड़ू, खुबानी, नाशपाती, शहतूत, प्लम, बादाम इत्यादि. चौबटिया गार्डन से आप त्रिशूल, नंदा देवी और नीलकंठ जैसी हिमालय के खूबसूरत चोटियों को आप देख सकते है. यह गार्डन सुबह के 9 बजे से लेकर शाम को 5 बजे तक खुला रहता है.
हैदाखान बाबाजी मंदिर: Haidakhan Babaji Temple :-
हैदाखान बाबाजी मंदिर रानीखेत का बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है. यह मंदिर रानीखेत से लगभग 5 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. यह मंदिर हैदाखान बाबाजी को समर्पित है. हैदाखान बाबाजी को शिव का अवतार माना जाता है. इस मंदिर का निर्माण हैदाखान बाबाजी ने खुद 1970 से 1984 के बीच अपने जीवन काल में करवाया था. हर साल महाशिवरात्रि पर यहाँ बहुत ज़्यादा भीड़ होती है. हैदाखान बाबाजी मंदिर अपने प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और सुंदर हिमालयी दृश्यों के लिये जाना जाता है. यह मंदिर सुबह 6 बजे से लेकर शाम को 7 बजे तक खुली रहती है.
भालू डैम: Bear Dam :-
भालू डैम रानीखेत में स्थित बहुत ही खूबसूरत बांध है. इस डैम को 1903 में अंग्रेजो ने बनवाया था. यह डैम रानीखेत से लगभग 3 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. भालू डैम घने जंगल और पहाड़ो से घिरा हुआ है. भालू डैम बहुत ही शांत और सुन्दर जगह है. सर्दियों के दिनों में इस डैम का पानी जम जाता है. हर साल भारी मात्रा में पर्यटक इस डैम को देखने के लिये और पिकनिक मनाने के लिये आते है.
गोल्फ कोर्स: Golf Course :-
गोल्फ कोर्स रानीखेत में स्थित बहुत ही पुराना और प्रसिद्ध गोल्फ मैदान है. यह गोल्फ कोर्स रानीखेत से लगभग 6 किलोमीटर की दुरी पर है. इस गोल्फ कोर्स को उपट गोल्फ कोर्स भी कहाँ जाता है. इस गोल्फ कोर्स को 1920 में कुमाऊं रेजिमेंट द्वारा बनाया गया था. यह गोल्फ कोर्स समुन्द्र तल से 6000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. यहाँ से हिमालय का बहुत ही सुन्दर नजारा दिखाई देता है. यह गोल्फ कोर्स एशिया का सबसे ऊंचा गोल्फ कोर्स है. यह गोल्फ कोर्स एक 9-होल गोल्फ कोर्स है. यह गोल्फ कोर्स हर दिन सुबह 7 बजे से लेकर शाम को 7 बजे तक खुला रहता है.
कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर संग्रहालय: Kumaon Regimental Centre Museum :-
कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर संग्रहालय रानीखेत में स्थित बहुत ही प्रसिद्ध म्यूजियम है. यह म्यूजियम रानीखेत से लगभग 6 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. यह म्यूजियम भारतीय सेना और कुमाऊ रेजिमेंट के वीरता को प्रदर्शित करता है. इस म्यूजियम का निर्माण जनरल टी. एन. रैना ने 1976 में किया था. 1978 में आम जनता को देखने के लिये खोल दिया गया. यहाँ पर आपको देखने के लिये बहुत सारी चीजें मिल जायेगी जैसे- प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के हथियार, कारगिल युद्ध के हथियार, 1962 और 1965 के युद्ध के हथियार, परमवीर चक्र, महावीर चक्र, अशोक चक्र, जनरल टी. एन. रैना की ताबूत, रानी झाँसी की चांदी की छड़ी, सैनिकों की वर्दियाँ, ध्वज और भी बहुत सारे चीजें आपको देखने को मिल जायेगा. यह संग्रहालय हर दिन सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक खुला रहता है.
बिनसर महादेव मंदिर: Binsar Mahadev Temple :-
बिनसर महादेव मंदिर बहुत ही प्राचीन मंदिर है. यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. यह मंदिर समुन्द्र तल से लगभग 2480 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह मंदिर रानीखेत से लगभग 22 किलोमीटर की दुरी पर है. इस मंदिर का निर्माण 9/10 वी शताब्दी में हुआ था. मंदिर के गर्भगृह में भगवान गणेश, देवी गौरी और देवी महिषासुरमर्दिनी की मूर्तियाँ भी स्थापित है. इस मंदिर के पास एक छोटी से नदी भी बहती है. यहाँ पर हर साल बिनसर मेला का आयोजन होता है. जिसे देखने के लिये हर साल भारी मात्रा में श्रद्धालु आते हैं. यह मंदिर देवदार, बांज और चीड़ के घने जंगलों के बीच में स्थित है. हर साल भारी मात्रा में श्रद्धालु यहाँ पर दर्शन पूजन करने के लिये आते है.
कटारमल सूर्य मंदिर: Katarmal Sun Temple :-
कटारमल सूर्य मंदिर अल्मोड़ा में स्थित बहुत ही प्राचीन और अद्वितीय सूर्य मंदिर है. यह मंदिर कुमाऊ क्षेत्र का सबसे पुराना मंदिर है. इस मंदिर को कत्युरी राजा कटारमल ने 10वी शताब्दी में बनवाया था. कटारमल सूर्य मंदिर को बड़ा आदित्य मंदिर भी कहाँ जाता है. यह मंदिर रानीखेत से लगभग 34 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. यह मंदिर घने देवदार के पेड़ो से घिरा हुआ है. कटारमल सूर्य मंदिर में सूर्य की किरणे साल में दो बार गर्भगृह की प्रतिमा पर पड़ती है. जो 22 अक्टूबर और 22 फरवरी को पड़ती है. जिसे हर साल भारी मात्रा में पर्यटक इसे देखने के लिये आते है.
रानीखेत घूमने जाने का सबसे अच्छा समय: Best time to visit Ranikhet :-
रानीखेत घूमने जाने का सबसे अच्छा समय गर्मियों के मौसम में मार्च से जून तक का महीना सबसे अच्छा माना जाता है. इस टाइम यहाँ का मौसम काफ़ी ठंडा और सुवाहना होता है. सर्दियों के मौसम में अक्टूबर से फरवरी तक का महीना सबसे अच्छा माना जाता है. इस टाइम यहाँ पर भारी बर्फबारी और बर्फ से पहाड़े ढ़की रहती है. बरसात के मौसम में जाने से बचना चाहिए क्योंकि यहाँ पर भारी बारिश और लैंडस्लाइड का खतरा बना रहता है.
रानीखेत कैसे पहुंचे: How to Reach Ranikhet :-
रानीखेत आप सड़क मार्ग, रेल मार्ग और हवाई मार्ग तीनो के जरिये आप आसानी से रानीखेत पहुंच जायेगे. तो आइये आज मै आपको बताने वाला इन तीन मार्गो के बारे में..
सड़क मार्ग: Road Route :-
अगर आप सड़क मार्ग के द्वारा रानीखेत आना चाहते है तो नैनीताल, दिल्ली, देहरादून, हरिद्वार, बरेली इत्यादी सड़क मार्ग द्वारा अच्छे से जुड़ा हुआ है. आप इन शहरो से बस या टैक्सी लेकर आप आसानी से रानीखेत पहुंच जायेगे.
रेल मार्ग: Rail Route :-
रानीखेत का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन है. काठगोदाम स्टेशन से रानीखेत की दुरी लगभग 80 किलोमीटर है. आप रेलवे स्टेशन से बस या टैक्सी लेकर आप आसानी से रानीखेत पहुंच जायेगे.
हवाई मार्ग: Flight Route :-
रानीखेत का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट पंतनगर एयरपोर्ट है. पंतनगर एयरपोर्ट से रानीखेत की दुरी लगभग 110 किलोमीटर है. आप एयरपोर्ट से बस या टैक्सी लेकर आप आसानी से रानीखेत पहुंच जायेगे.
रानीखेत में रुकने की जगह: Where to stay in Ranikhet :-
रानीखेत में रुकने के लिये आपको बहुत सारे होटल, बजट होटल, गेस्ट हॉउस, होम स्टे और लग्जरी होटल आपको रुकने के लिये मिल जायेगा. तो आइये आज मै आपको बताने वाला इन होटलों के बारे में…
गेस्ट हॉउस और होमस्टे: Guest Houses and Homestays :-
रानीखेत में रुकने के लिये आपको बहुत सारे गेस्ट हॉउस और होमस्टे भी मिल जायेगा. जैसे- हिमालया व्यू होमस्टे, नंदा देवी हिमालया होमस्टे, श्री हैदाखान गेस्ट हॉउस और भी बहुत सारे है. होम स्टे और गेस्ट हॉउस आपको लगभग 800 से 1500 रुपये में मिल जायेगा. सीजन के हिसाब से रेट ऊपर नीचे होता रहता है.
बजट होटल: Budget Hotel :-
रानीखेत में आपको बहुत सारे बजट होटल देखने को मिल जायेगा. जैसे- द रॉयल माउंटेन, होटल इलेवन, होटल स्नो व्यू और भी बहुत सारे है. बजट होटल आपको लगभग 1000 से 2000 रूपये में आपको मिल जायेगा. सीजन के हिसाब से रेट ऊपर नीचे होता रहता है.
मिड-रेंज होटल: Mid-Range Hotels :-
रानीखेत में आपको बहुत सारे मिड-रेंज में होटल देखने को मिल जायेगा. जैसे- होटल रानीखेत ग्रैंड, होटल राजदीप, होटल मेघदूत और भी बहुत सारे होटल है. मिड-रेंज होटल आपको लगभग 2000 से 3500 रुपये में आपको मिल जायेगा. सीजन के हिसाब से रेट ऊपर नीचे होता रहता है.
लग्जरी होटल: Luxury Hotels :-
रानीखेत में आपको बहुत सारे लग्जरी होटल भी देखने को मिल जायेगा. जैसे- वेस्ट व्यू होटल, वुड्सविला रिसॉर्ट, मजखाली वुड्स बाई हिमालयन और भी बहुत सारे लग्जरी होटल है. लग्जरी होटल आपको लगभग 4000 से 6000 रुपये में आपको मिल जायेगा. सीजन के हिसाब से रेट ऊपर नीचे होता रहता है.
रानीखेत घूमने का बजट: Budget for Visiting Ranikhet :-
रानीखेत यात्रा का कुल खर्च व्यक्ति के यात्रा के ऊपर निर्भर करता है. रानीखेत को पूरा घूमने में लगभग 2 से 3 दिन का समय लगता है. रानीखेत यात्रा की बजट की बात करें तो लगभग 8000 से 15000 रुपये तक एक व्यक्ति का खर्चा आता है. यह बजट रानीखेत यात्रा का एक नार्मल बजट है. अगर आप कोई एक्टिविटी करते है. तो आपका यह बजट और भी बढ़ जायेगा.
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