Nepal Interim PM Sushila Karki Biography and Political Career: सुशीला कार्की नेपाल की बहुत ही प्रसिद्ध न्यायविद, लेखिका और राजनेता हैं. वे नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश है. सितंबर 2025 में नेपाल के राजनीतिक संकट और Gen-Z आंदोलन के बीच उन्हें देश की अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है. उनकी ईमानदार और न्यायप्रिय छवि ने उन्हें जनता का विश्वास दिलाया. तो आइये आज मै आपको बताने वाला हूँ, सुशीला कार्की के जीवनी के बारे में..
सुशीला कार्की का प्रारम्भिक जीवन: Early life of Sushila Karki :-
सुशीला कार्की का जन्म 7 जून 1952 को नेपाल के पूर्वी क्षेत्र, विराटनगर के शंकरपुर-3 (भारत-नेपाल सीमा से सटा इलाका) में हुआ था. इनके माता-पिता एक साधारण किसान थे. सुशीला कार्की बचपन से ही पढ़ाई में बहुत तेज थी. और सात भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी.
शिक्षा: Education :-
सुशीला कार्की ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा विराटनगर से पूरी की है. इसके बाद स्नातक (B.A.)की पढ़ाई त्रिभुवन विश्वविद्यालय, महेंद्र मोरंग परिसर नेपाल से की है. इसके बाद सुशीला कार्की बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर (M.A.) की डिग्री हासिल की. इसके बाद वापस नेपाल लौट आयी और त्रिभुवन विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री (LLB) हासिल की.
न्यायिक करियर: Judicial Career :-
सुशीला कार्की ने अपने करियर की शुरुआत वकालत से की. इसके बाद नेपाल की प्रमुख महिला अधिवक्ता बनीं. सुशीला कार्की को 2009 में नेपाल सुप्रीम कोर्ट में एड-हॉक जज नियुक्त किया गया. इसके बाद 18 नवंबर 2010 में सुप्रीम कोर्ट की स्थायी न्यायाधीश बनीं. 11 जुलाई 2016 में सुशीला कार्की नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली.
पति: Husband :-
सुशीला कार्की के पति का नाम दुर्गा प्रसाद सुबेदी है. इनके पति सुबेदी वामपंथी आंदोलन से जुड़े रहे. दुर्गा प्रसाद सुबेदी का नाम एक विवादित घटना से जुड़ा है. 1973 में एक विमान हाईजैक की घटना में हिस्सा लिया थे. जिसे बाद में भारत के बिहार राज्य में उतरा गया था.
राजनीतिक भूमिका: Political Role :-
सितंबर 2025 में नेपाल में बहुत बड़े लेबल पर Gen-Z आंदोलन शुरू हुआ. इस आंदोलन ने सरकार को बहुत बड़े संकट में डाल दिया. ऐसे समय में, सभी राजनीतिक दलों और जनता ने सुशीला कार्की पर भरोसा जताया और उन्हें नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया. सुशीला कार्की अंतरिम प्रधानमंत्री बनने के बाद, चुनाव कराने और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सुचारू रूप से आगे ले जाने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है. सुशीला कार्की के ईमानदार, निष्पक्ष और न्यायप्रिय होने के कारण युवाओं व जनता का समर्थन मिला.
सुशीला कार्की के लिखें हुए किताब: Books Written by Sushila Karki :-
सुशीला कार्की ने न्याय पालिका से रिटायर होने के बाद किताबें भी लिखी है.
- न्याय- आत्मकथा
- कारा- जेल जीवन पर आधारित उपन्यास
विवाद: Controversy :-
सुशीला कार्की का नाम बहुत सारे विवादों में भी रहा है. 2017 में उन पर संसद में महाभियोग प्रस्ताव लाया गया. सुशीला कार्की पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने कार्यपालिका के मामलों में दखल दिया और न्यायपालिका में पक्षपात किया. बाद में यह आरोप वापस लिया गया और वे अपने पद पर बनी रहीं. इस घटना ने उनकी छवि को और मजबूत किया. सुशीला कार्की अपने ईमानदारी और बेबाक फैसलों के लिए जानी जाती हैं.
सुशीला कार्की की उपलब्धियां: Achievements of Sushila Karki :-
- 2016 में नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ली.
- पारदर्शी और कड़े फैसलों के लिए जानी जाती हैं.
- न्यायपालिका और राजनीति, दोनों में महिलाओं के लिए प्रेरणा.
- 2025 में नेपाल की पहली महिला अंतरिम प्रधानमंत्री