Haridwar Yatra Kaise Kare: हरिद्वार भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित बहुत ही पवित्र तीर्थ स्थल और पर्यटन स्थल है। हरिद्वार गंगा नदी के किनारे स्थित है। हरिद्वार को चारधाम यात्रा (देवभूमि) का प्रवेश द्वार माना जाता है।. हरिद्वार अपनी खूबसूरती और संस्कृति के लिए पूरी दुनिया भर में प्रसिद्ध है। हरिद्वार भारत के सात प्राचीन नगरों में से एक है। यहाँ की गंगा आरती पूरी दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहीं से गंगा नदी हिमालय से उतरकर मैदानों में प्रवेश करती है, और यहीं से केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा की शुरुआत होती है। हरिद्वार में घूमने के लिए बहुत सारे मंदिर और आश्रम हैं, जिनकी खूबसूरती आपका दिल जीत लेगी। तो आइए, आज मैं आपको बताने वाला हूँ हरिद्वार यात्रा की सम्पूर्ण जानकारी के बारे में…
हरिद्वार में घूमने के स्थान: Places to Visit in Haridwar :-
हरिद्वार में घूमने के लिए बहुत सारे खूबसूरत स्थान हैं। तो आइए, आज मैं आपको बताने वाला हूँ हरिद्वार में घूमने के खूबसूरत स्थानों के बारे में..
हर की पौड़ी: Har ki Pauri :-
इसे भी पढ़ें: Top 10 Places to Visit in Rishikesh, कब जाये, कैसे जाये, कहाँ रुके, क्या-क्या देखे, कितना आयेगा खर्च, जाने सम्पूर्ण जानकारी :-
हर की पौड़ी हरिद्वार का बहुत ही खूबसूरत और पवित्र घाट है. यह घाट माँ गंगा के किनारे स्थित है. पौराणिक कथाओ के अनुसार कहाँ जाता है की समुन्द्र मंथन के बाद अमृत की कुछ बुंदे यहाँ पर गिरी थी इसलिए इस स्थान को पवित्र माना जाता है. मान्यता है की यहाँ पर गंगा स्नान करने से सारे पाप धूल जाते है. हर की पौड़ी पर हर दिन शाम को बहुत ही भव्य गंगा आरती का आयोजन किया जाता है. हर की पौड़ी का सबसे पवित्र घाट ब्रह्मकुंड है. यहाँ की खूबसूरती आपका दिल जीत लेगा. हर साल भारी मात्रा में श्रद्धालु यहाँ पर घूमने और गंगा आरती देखने के लिये आते है. हर की पौड़ी को हरिद्वार का हृदय कहाँ जाता है.
मनसा देवी मंदिर: Mansa Devi Temple :-
मनसा देवी मंदिर हरिद्वार का बहुत ही प्रसिद्ध और खूबसूरत मंदिर है. यह मंदिर 52 शक्तिपीठो में से एक है. यहाँ पर माता सती का मस्तिक गिरा था. इस मंदिर का निर्माण साल 1811 से 1815 के बीच में मनीमाजरा के महाराजा गोपाल सिंह ने करवाया था. पौराणिक कथाओ के अनुसार माना जाता है कि मनसा देवी भगवान शिव और माता पार्वती की पुत्री हैं. ऐसा माना जाता है की यहाँ पर आने वाले हर एक भक्तों की सच्चे दिल से मांगी गयी मनोकामनाये पुरी होती है. हर साल भारी मात्रा में श्रद्धालु यहाँ पर दर्शन करने के लिये आते है. मंदिर के पास एक पेड़ है जहाँ पर भक्त अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिये धागा बाधते है. यह मंदिर सुबह 5 बजे से 12 बजे तक और दोपहर 2 बजे से रात के 9 बजे तक खुला रहता है.
चंडी देवी मंदिर: Chandi Devi Temple :-
चंडी देवी मंदिर हरिद्वार का बहुत ही खूबसूरत मंदिर है. यह मंदिर हरिद्वार में नील पर्वत पर स्थित है. इस मंदिर का निर्माण 1929 में सुचात सिंह ने करवाया था. मंदिर में चंडी देवी की मुख्य मूर्ति 8वीं शताब्दी में आदि शंकराचार्य ने स्थापित किया था. यह मंदिर हरिद्वार के सबसे प्रसिद्ध मंदिरो में से एक है. इस मंदिर की खूबसूरती और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटको का दिल जीत लेता है. हर साल भारी मात्रा में श्रद्धालु यहाँ पर दर्शन करने के लिये आते है. यह मंदिर सुबह 6 बजे से 12 बजे तक और दोपहर 2 बजे से रात के 9 बजे तक खुला रहता है. मौसम के हिसाब से समय बदलता रहता है. मंदिर तक पहुंचने के लिये आप पैदल ट्रैकिंग करके या रोपवे के द्वारा जा सकते है.
भारत माता मंदिर: Bharat Mata Temple :-
भारत माता मंदिर हरिद्वार का बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है. इस मंदिर को मदर इंडिया टेम्पल के नाम से भी जाना जाता है. इस मंदिर की स्थापना स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि ने की थी. यह मंदिर 8 मंजिला का है और इसकी ऊंचाई 180 फीट है. 1983 में इस मंदिर का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी ने किया था. इस मंदिर के हर एक मंजिल देवी- देवताओ की पौराणिक कथाओं को समर्पित है. इस मंदिर से हरिद्वार का बहुत ही खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है. हर साल भारी मात्रा में पर्यटक इस मंदिर को देखने के लिये आते है. यह मंदिर स्वतंत्रता सेनानियों को भी समर्पित है जिन्होंने भारत देश की स्वतंत्रता में अपना योगदान दिया था.
राजाजी नेशनल पार्क: Rajaji National Park :-
राजाजी नेशनल पार्क हरिद्वार का बहुत ही खूबसूरत नेशनल पार्क है. यह नेशनल पार्क उत्तराखंड के शिवालिक पहाड़ियों में फैला हुआ है. इस पार्क की स्थापना 1983 में हुई थी. यह नेशनल पार्क हरिद्वार से लगभग 5 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. यहाँ पर आपको देखने के लिये बाघ, हाथी, तेंदुआ, हिमालयी काला भालू, स्लॉथ भालू, सियार, नीलगाय, बंदर, लकड़बग्घा, स्पॉटेड डियर, सांभर, बार्किंग डियर और विभिन्न प्रकार की पक्षीयों की प्रजातियां यहां पर पाई जाती हैं. यह नेशनल पार्क सफारी के लिये बहुत ज़्यादा प्रसिद्ध है. यहाँ पर आपको घास के मैदान, नदी-वनस्पति, देवदार के वन, झाड़ियाँ और चौड़ी पत्ती वाले पर्णपाती वन पाए जाते हैं. हर साल भारी मात्रा में पर्यटक यहाँ पर घूमने और सफारी करने के लिये आते है.
माया देवी मंदिर: Maya Devi Temple :-
माया देवी मंदिर हरिद्वार में स्थित बहुत ही प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर है. यह मंदिर देवी माया को समर्पित है. इस मंदिर के अंदर माया देवी, कामाख्या देवी और काली माँ की मूर्तियाँ स्थापित है. पौराणिक कथाओ के अनुसार ऐसा माना जाता है की यहाँ पर देवी सती का हृदय गिरा था. हर साल भारी मात्रा में श्रद्धालु यहाँ पर दर्शन पूजन करने के लिये आते है. नवरात्री के समय यहाँ पर बहुत ज़्यादा भीड़ होती है. माया देवी मंदिर में दर्शन करने का समय सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम को 4 बजे से रात 8 बजे तक आप दर्शन कर सकते है. यहाँ पर दर्शन करने से श्रद्धालुओं को मानसिक और शारीरिक शांति मिलती है.
दक्ष महादेव मंदिर: Daksh Mahadev Temple :-
दक्ष महादेव मंदिर हरिद्वार के कनखल में स्थित बहुत ही प्राचीन मंदिर है. यह मंदिर दक्ष महादेव के सबसे पुराने मंदिरो में से एक है. और यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. इस मंदिर का निर्माण 1810 में रानी धनकौर ने करवाया था और बाद में इसका पुनर्निर्माण 1962 में किया गया था. मान्यता है की यह मंदिर माता सती के पिता राजा दक्ष की याद में बनाया गया. इस मंदिर में भगवान शिव के साथ राजा दक्ष की भी पूजा की जाती है. सावन के महीने में यहाँ पर बहुत ज़्यादा भीड़ होती है. हर साल भारी मात्रा में श्रद्धालु यहाँ पर दर्शन पूजन करने के लिये आते है. दक्ष महादेव मंदिर में दर्शन करने का समय सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक है.
सप्त ऋषि आश्रम: Sapta Rishi Ashram :-
सप्त ऋषि आश्रम हरिद्वार का बहुत ही प्राचीन आश्रम है. यह आश्रम गंगा नदी के किनारे स्थित है.गोस्वामी गुरुदत्त ने 1943 में इस आश्रम की स्थापना की थी. इस स्थान पर सात ऋषियों ने कश्यप, भारद्वाज, विश्वामित्र,वशिष्ठ,अत्रि,गौतम और जमदग्नि ने तपस्या की थी. मान्यता है की इस स्थान पर गंगा नदी सात धाराओ में विभाजित हो जाती है. जिसे सप्त सरोवर कहते है. पौराणिक मान्यताओ के अनुसार ऐसा माना जाता है कि स्वर्ग जाने से पहले पांडव सप्त ऋषियों की इस तपो भूमि से गुजरे थे. सप्त ऋषि आश्रम में योगा क्लास लंगर और रहने की भी सुविधा उपलब्ध रहती है. हर साल भारी मात्रा में पर्यटक यहाँ पर घूमने के लिये आते है. इस आश्रम की खूबसूरती आपका दिल जीत लेगा.
वैष्णो देवी मंदिर: Vaishno Devi Temple :-
वैष्णो देवी मंदिर हरिद्वार का बहुत ही खूबसूरत मंदिर है. इस मंदिर का निर्माण 1965 में सिद्ध पुयष बाल ब्रहमचारी कर्म नारायण भिक्षुक ने कराया था. यह मंदिर माता वैष्णो देवी को समर्पित है. यह मंदिर सप्त ऋषि आश्रम के नजदीक स्थित है. इस मंदिर को लाल माता मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. इस मंदिर में माता वैष्णो के अलावा माँ काली, माँ लक्ष्मी और माँ सरस्वती की मूर्तियां विराजमान है. मंदिर जाने का रास्ता सुरंग और गुफाओं से होकर जाता है. हर साल भारी मात्रा में श्रद्धालु यहाँ पर माता के दर्शन के लिये आते है. इस मंदिर की खूबसूरती और डिजाईन पर्यटको को बहुत ज़्यादा आकर्षित करती है.
शांति कुंज आश्रम: Shanti Kunj Aashram :-
शांति कुंज हरिद्वार में स्थित बहुत ही खूबसूरत आश्रम है. इस आश्रम की स्थापना 1971 में पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने करवाया था. शांति कुंज अखिल भारतीय गायत्री परिवार का मुख्यालय है. शांति कुंज आश्रम सप्त सरोवर के पास स्थित है. यह आश्रम भारत का सबसे बड़ा आश्रम है. और यह आश्रम पूरे तीन किलोमीटर में फैला हुआ है. शांति कुंज आश्रम में गायत्री माता मंदिर, देवात्मा हिमालय मंदिर, यज्ञ शाला, अखंड दीप, दिव्य कल्चर और प्राचीन ऋषियों के मंदिर है. हर साल भारी मात्रा में पर्यटक इस आश्रम को देखने के लिये आते है. शांति कुंज आश्रम में प्रतिदिन होने वाली एक्टिविटी में आप भाग भी ले सकते है. यह एक्टिविटी पुरी तरह से निःशुल्क रहता है.
हरिद्वार घूमने कब जाये: When to Visit Haridwar :-
हरिद्वार घूमने जाने का सबसे अच्छा समय सर्दियों के दिनों में अक्टूबर से मार्च तक का महीना और गर्मियों के दिनों में अप्रैल से जून तक का महीना सबसे अच्छा माना जाता है. इस टाइम यहाँ का मौसम काफ़ी ठंडा और सुवाहना होता है. मानसून के समय में यात्रा करने से बचना चाहिए. क्योंकि यहाँ पर बहुत ज़्यादा बारिश होती है.
हरिद्वार कैसे पहुंचे: How to Reach Haridwar :-
हरिद्वार आप सड़क मार्ग, रेल मार्ग और हवाई मार्ग तीनो के जरिये आप आराम से हरिद्वार पहुंच सकते है. तो आइये आज मै आपको बताने वाला हूँ. इन तीनो मार्गो के बारे में…
सड़क मार्ग द्वारा: By Road :-
अगर आप हरिद्वार सड़क मार्ग के द्वारा आना चाहते है तो सबसे पहले आपको नई दिल्ली या देहरादून आना पड़ेगा. इस जगहों से रोजाना हरिद्वार के लिये बस चलती है. इन जगहों से आप बस लेकर आराम से हरिद्वार पहुंच सकते है.
रेल मार्ग: Rail Route :-
हरिद्वार का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन हरिद्वार रेलवे स्टेशन और ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है. हरिद्वार रेलवे स्टेशन से हरिद्वार की दुरी लगभग 4 किलोमीटर है और ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से हरिद्वार की दुरी लगभग 25 किलोमीटर है. आप हरिद्वार और ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से बस या टैक्सी लेकर आप आराम से हरिद्वार पहुंच जायेगे.
हवाई मार्ग: Flight Route :-
हरिद्वार का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जॉली ग्रांट एयरपोर्ट देहरादून है. एयरपोर्ट से हरिद्वार की दुरी लगभग 38 किलोमीटर है. एयरपोर्ट से आप बस, टैक्सी या प्राइवेट कैब करके आप आराम से हरिद्वार पहुंच जायेगे.
हरिद्वार में कहाँ रुके: Where to stay in Haridwar :-
हरिद्वार में आपको रुकने के लिये बहुत सारे आश्रम, धर्मशाला, गेस्ट हॉउस, होटल, बजट होटल और लक्जरी होटल मिल जायेगा. हर की पौड़ी के पास आपको बहुत सारे धर्मशाला और होटल मिल जायेगा. धर्मशाला आपको 500 से 1000 रुपये में आपको मिल जायेगा और होटल 1500 से 2000 रुपये में आपको मिल जायेगा. अगर आप आश्रम में रुकना चाहते है तो आपको बहुत सारे आश्रम मिल जायेगा जैसे- शांतिकुंज आश्रम, सप्त ऋषि आश्रम, महाराजा अग्रसेन आश्रम, श्री हरिद्वार गुजराती धर्मशाला और भी बहुत सारे आश्रम है. इन आश्रम में आपको 300 से 500 रुपये में आपको रूम मिल जायेगा.
हरिद्वार घूमने का कुल खर्चा: Total Cost of Visiting Haridwar :-
हरिद्वार यात्रा का कुल खर्च व्यक्ति के यात्रा के ऊपर निर्भर करता है. हरिद्वार को पूरा घूमने में लगभग 2 से 3 दिन का समय लगता है. हरिद्वार यात्रा की बजट की बात करें तो लगभग 6000 से 15000 रुपये तक एक व्यक्ति का खर्चा आयेगा. यह बजट हरिद्वार यात्रा का एक नार्मल बजट है.
Read More
- Adventure Destinations India: एडवेंचर प्रेमियों के लिए भारत की 10 बेहतरीन जगहें, जहां आपको ज़रूर जाना चाहिए
- Amarnath Yatra Kaise Kare 2025: सम्पूर्ण गाइड, रजिस्ट्रेशन, हेलीकॉप्टर सेवा, रूट, पैकेज और बजट गाइड..
- Yamunotri Helicopter Complete Travel Guide: सही समय, यात्रा मार्ग, बजट और ठहरने की सम्पूर्ण जानकारी..